नेहा शर्मा, न्यूज राइटर, बलरामपुर, 27 जून, 2023
बलरामपुर जिले के रामचंद्रपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत मरमा में एक अत्यंत गरीब आदिवासी मंगरू राम का सड़क दुर्घटना में पैर टूट गया है इलाज के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। रोजी रोटी बंद हो चुकी है आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं यहां तक कि शरीर ढकने के लिए कपड़े भी नहीं है।
दरअसल, मरमा गांव का ही रहने वाला ठेकेदार रामचंद्र मंगरू राम को मजदूरी काम कराने के लिए दुसरे राज्य लेकर जा रहा था तभी त्रिशूली पांगन नदी के नजदीक सड़क दुर्घटना में मंगरू राम का पैर टूट गया। इसके बाद ठेकेदार ने मामूली इलाज कराकर उसे घर पहुंचा दिया अब 19 महीने बीतने के बाद भी वह ठेकेदार मंगरू की सूध लेने नहीं आया है।
इलाज कराने प्रशासन से गुहार
मंगरू राम अपना इलाज कराने के लिए प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मेहीलाल आयाम को क्षेत्र भ्रमण के दौरान इस पूरे मामले की जानकारी मिली जिसके बाद जिला पंचायत सीईओ SDM सहित जनपद पंचायत सीईओ को पत्र लिखकर अनुदान राशि दिलाने एवं बेहतर इलाज कराने के लिए मांग की गई है।
रोजी रोटी बंद, गुजारा करना अति मुश्किल
पछले 19 महीने से टूटा हुआ है जिसके कारण वह कहीं काम करने नहीं जा पा रहे हैं। गुजारा करने के लिए पहले मजदूरी करते थे लेकिन पैर के चलते आना जाना बंद हो गया है, रोजी रोटी भी ठप्प पड़ चुकी है। आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं जीवन का गुजारा करना भी बहुत मुश्किल हो गया है। रोजी रोटी बंद होने से गरीबी इस कदर हावी हो गई की शरीर ढकने के लिए कपड़े भी नहीं है।